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| ram kya hoti hai | what is ram in Hindi |
Ram कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण अंग है और इसे प्राइमरी स्टोरेज या अस्थायी
स्टोरेज के नाम से भी जाना जाता है और इस आर्टिकल में हम रैम के बारे में
विस्तार से जानेंगे, तो यदि आप जानना चाहते हैं कि ram क्या होती है और कैसे
काम करता है तथा रैम कितने प्रकार की होती है तो इस आर्टिकल को पढ़ सकते
हैं।
RAM क्या होती हैं?
Ram का पूरा नाम रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM - random access memory) है, और रैम
किसी भी कंप्यूटिंग डिवाइस के आधारभूत तत्वों में से एक महत्वपूर्ण तत्व है तथा
ram को short term memory के नाम से भी जाता है कंप्यूटर, mobile, tablet या
स्मार्ट टीवी हो सभी में इसका उपयोग किया जाता है
रैम को कंप्यूटर motherboard में DIMMs (Dual Inline Memory Module) Module में
स्टोर किया जाता है और ड्यूल इनलाइन मेमोरी मॉड्यूल में दो स्वतंत्र रॉ पाई
जाती है जो कि दाएं तथा बायीं ओर होती है इन DIMMs में 168, 184, 240 या 288
पिंस हो सकती है।
डिम्म को motherboard में उपस्थित मेमोरी स्लॉट्स में installed किया जाता है
और एक एवरेज मदरबोर्ड में दो या चार मेमोरी स्लॉट पाए जाते हैं।
यदि हमें कंप्यूटर में किसी प्रोग्राम या एप्लीकेशन को चलाना है तो सबसे उस
एप्लीकेशन को ram के अंदर लोड करना होता है उसके cpu उस डाटा को एक्सेस करता है
और एप्लीकेशन को चलाता है।
क्योंकि हमारी हार्ड डिस्क की डाटा ट्रांसफर स्पीड बहुत कम होती है और वह cpu
की डिमांड के हिसाब से डाटा की पूर्ति नहीं कर पाती है जबकि ram की डाटा
ट्रांसफर स्पीड हार्ड डिस्क की तुलना में बहुत अधिक होती है।
RAM कितने प्रकार की होती है?
रैम मूलरूप से दो प्रकार की होती है DRAM (Dynamic Random Access Memory) और
SDRAM (synchronous DRAM), चलिए रैम के दोनों ही प्रकारों के बारे में एक एक कर
थोड़ा गहराई से समझते हैं
DRAM - डायनामिक रैंडम एक्सेस मेमोरी एक प्रकार की मेमोरी होती है जो कि
डाटा को स्टोर करने के लिए कैपेसिटरों का उपयोग करती है और यह डाटा
को इलेक्ट्रिसिटी एनर्जी के रूप में स्टोर करती है और इसमें लगे capacitors
लगातार रिफ्रेश होते है और इसलिए रैम को लगातार इलेक्ट्रिसिटी की आवश्यकता पड़ती
है
इसमें अधिक समय तक स्टोर डाटा करके नहीं रखा जा सकता है क्योंकि पावर ऑफ
होने इसमें स्टोर डाटा डिलीट या मिट जाता जाता है
SDRAM - यह DRAM का ही एक प्रकार है और आज के लगभग ज्यादातर सिस्टम में
इसी प्रकार की रैम का उपयोग किया जाता है dram asynchronous तरीके से
करती है और यह cpu सिस्टम की क्लॉक स्पीड के साथ समन्वय
बनाकर कार्य नहीं है
जबकि sdram synchronous तरीके से कार्य करती है और यह system की क्लॉक
स्पीड के जरुरत के मुताबिक डाटा ट्रांसफर करती है अर्थात यह सिस्टम
की क्लॉक स्पीड के साथ समन्वय बनाकर कर कार्य करती है जिससे
डाटा प्रोसेसिंग स्पीड बढ़ जाती है। और इसीलिए sdram
बहुत फ़ास्ट कार्य करती है dram की तुलना में।
DDR RAM क्या होती है
DDR का पूरा नाम double data rate है और यह एक नॉन डीडीआर रैम की तुलना
में दोगुना डाटा ट्रांसफर करती है क्योंकि एक सिंपल रैम signal क्लॉक के
राइजिंग ऐज का उपयोग डाटा ट्रांसफर करने के लिए करती है
परन्तु एक डीडीआर रैम सिग्नल क्लॉक के राइजिंग और डाउन दोनों
ही एजेस का उपयोग करती है डाटा ट्रांसफर करने के लिए।
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| DDR vs none DDR |
DDR2 - यह डीडीआर का अपग्रेडेड वर्जन है और यह दोगुनी तेज गति से कार्य
करती है इसमें 240 पिन होती है
DDR3 - यह डीडीआर 2 की तुलना में दोगुनी तेज गति से कार्य करती है
और इसमें भी 240 पिंस होती है
DDR4 - यह डीडीआर 3 की तुलना में दोगुनी तेज गति से कार्य करती है और
इसमें 288 पिन होती है
Motherboard में ram स्लॉट अलग अलग होते है और आप डीडीआर 2 के
मेमोरी स्लॉट में आप ddr3 या अन्य किसी और प्रकार को रैम को
इन्सटाल्ड नहीं कर सकते।



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